एफबी पर दोस्ती, होटल में खेल, बैग में जो मिला उसे देखकर क्राइम ब्रांच की आंखें फट गईं
इंदौर में क्राइम की एक से बढकर एक घटनाएं सामने आ रही हैं, एक नई हैरान करने वाली घटना सामने आई है। दरअसल, इंदौर जिले में एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। एक होटल में एक अवैध नोट की फैक्ट्री का खुलासा हुआ है। जब पुलिस ने होटल में छापा मारा तो चौंक गई। एक बैग से 50 हजार रुपए के नकली नोटों की गड्डी मिली है। क्राइम ब्रांच ने इस बड़े नकली नोट रैकेट का पर्दाफाश किया है। नोटों की इस अवैध फैक्ट्री पर पुलिस ने जब छापा मारा, तो खुद भी हैरान रह गई। मौके से लाखों रुपए के नकली नोट, प्रिंटिंग का सामान और पांच आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं।
50,000 के नकली नोट बरामद : शुरुआती जांच में पुलिस ने होटल से तीन आरोपियों अब्दुल शोएब, रहीश खान और प्रफुल्ल कुमार कोरी को गिरफ्तार किया गया। तीनों आरोपी छिंदवाड़ा जिले के रहने वाले हैं। और इंदौर में निजी काम के बहाने होटल में रुके थे। पुलिस को शक हुआ तो बैग की तलाशी ली गई और 50,000 के नकली नोटों की गड्डी बरामद हुई। जब इन नोटों की जांच की गई, तो वे पूरी तरह से नकली पाए गए। आगे की तलाशी में नोट छापने का कलर प्रिंटर, लेमिनेशन शीट, नोट बनाने वाली पेपर शीट, लकड़ी के उपकरण, एक लैपटॉप और एटीएम कार्ड भी मिले।
फेसबुक के जरिए हुई थी दोस्ती : आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि भोपाल के दो युवकों आकाश और शंकर चौरसिया से उनका संपर्क फेसबुक के जरिए हुआ था। फिर दोस्ती हो गई। छिंदवाड़ा गैंग के द्वारा नकली नोट छापकर भोपाल गैंग को सप्लाई हेतु दिए थे और वह अलग-अलग स्थान पर नकली नोटों को खपाने वाले थे। इसके पहले ही क्राइम ब्रांच में इन्हें गिरफ्तार कर लिया पकड़ गए हैं। पकड़े गए आरोपियों से अब पुलिस पूछताछ में जुटी है। पुलिस ने भोपाल से भी आकाश और शंकर को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से 500 के 770 नकली नोट जब्त किए गए। डीसीपी राजेश त्रिपाठी ने बताया कि यह नेटवर्क सोशल मीडिया के माध्यम से चल रहा था। अब पुलिस इस गिरोह से जुड़े बाकी लोगों की तलाश शुरु कर दी है।
Edited By: Navin Rangiyal