Waqf Law : मुर्शिदाबाद हिंसा पर UP सीएम के बयान पर भड़कीं ममता बनर्जी, बताया सबसे बड़ा भोगी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा की आलोचना करने को लेकर बुधवार को उत्तरप्रदेश के अपने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पलटवार करते हुए उन्हें सबसे बड़ा भोगी करार दिया। यहां नेताजी इंडोर स्टेडियम में इमामों और धर्म गुरुओं की एक सभा को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख बनर्जी ने आदित्यनाथ पर अपने राज्य के मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास करने का आरोप लगाया और कानून-व्यवस्था, विशेषकर धार्मिक आयोजनों के दौरान उनके कामकाज की आलोचना की।
बनर्जी ने कहा कि योगी बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं। वह सबसे बड़े भोगी हैं। महाकुंभ भगदड़ में कितने लोग मारे गए? क्या उन्होंने सही आंकड़े साझा किए कि इसमें कितने लोग मारे गए? उत्तरप्रदेश में पुलिस मुठभेड़ में कितने लोग मारे गए। वह शांतिपूर्ण रैलियां भी नहीं करने देते।
उनकी टिप्पणी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा यह आरोप लगाए जाने के एक दिन बाद आई है कि बंगाल जल रहा है और बनर्जी हिंसा पर चुप्पी साधे हुए हैं। दंगाइयों से निपटने के लिए सख्त कार्रवाई का आह्वान करते हुए आदित्यनाथ ने यह भी कहा था, लातों के भूत बातों से कहां मानने वाले हैं। पलटवार करते हुए बनर्जी ने आदित्यनाथ के कानून-व्यवस्था पर बोलने के नैतिक अधिकार पर सवाल उठाया और उन पर आध्यात्मिकता के मुखौटे के पीछे छिपने का आरोप लगाया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद में हाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा को बुधवार को पूर्व नियोजित करार दिया और साथ ही सीमा सुरक्षा बल (BSF), गृह मंत्रालय के तहत आने वाली केंद्रीय एजेंसियों के एक वर्ग तथा भारतीय जनता पार्टी पर बांग्लादेश से सीमा पार घुसपैठ कराकर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया। ममता ने प्रधानमंत्री मोदी से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को नियंत्रण में रखने का अनुरोध किया और उन पर अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए देश को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। बनर्जी ने आरोप लगाया कि बीएसएफ के एक वर्ग और गृह मंत्रालय के अधीन कुछ केंद्रीय एजेंसियों ने हिंसा को बढ़ावा देने में भूमिका निभाई और उन्होंने सीमा सुरक्षा बल की भूमिका की जांच के आदेश दिए।
भाजपा, बीएसएफ को बताया जिम्मेदार
ममता बनर्जी ने मुस्लिम धार्मिक नेताओं के साथ एक बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से दमनकारी वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लागू नहीं करने का आग्रह किया और चेतावनी दी कि यह कानून देश को विभाजित करेगा। ममता ने प्रधानमंत्री मोदी से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को नियंत्रण में रखने का अनुरोध किया और उन पर अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए देश को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने दावा किया कि पड़ोसी बांग्लादेश में अस्थिर स्थिति के बावजूद केंद्र ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम को जल्दबाजी में पारित कर दिया और अवैध सीमा पार घुसपैठ की अनुमति दी, जिसके कारण बंगाल में अशांति फैली। ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि बीएसएफ के एक वर्ग और गृह मंत्रालय के अधीन कुछ केंद्रीय एजेंसियों ने हिंसा को बढ़ावा देने में भूमिका निभाई और उन्होंने सीमा सुरक्षा बल की भूमिका की जांच के आदेश दिए। इनपुट भाषा Edited by: Sudhir Sharma