हिंसा के बाद बंगाल में क्यों घर छोड़ रहे हिंदू, BSF तैनात, 4 जिलों में इंटरनेट सस्पेंड?
वक्फ बोर्ड कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल में भड़की हिंसा के बाद वहां से हिंदू परिवार पलायन को मजबूर हैं। मुर्शिदाबाद में हिंसा ने गंभीर रूप ले लिया था। जिसके बाद 3 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हैं। हालात इतने बिगड़ गए कि पुलिस को बीएसएफ की मदद लेनी पड़ी। राज्य से लेकर केंद्र सरकार तक स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। लोगों के बीच किसी तरह की अफवाह न फैले इसलिए मुर्शिदाबाद समेत 4 जिलों में इंटरनेट सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले में अबतक 150 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
हिंसा की खबरों के बीच बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बयान दिया है। शास्त्री ने कहा कि अब वह दिन दूर नहीं जब हिंदू मध्यप्रदेश से भी भागेगा, गुजरात और दूसरे प्रदेशों से भी भागेगा। उन्होंने कहा कि हिंदू डरा हुआ है और उसे और ज्यादा डराया जा रहा है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल के राज्य सचिवालय की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद के साथ-साथ जंगीपुर, मालदा और बीरभूम के कुछ हिस्सों में भी मंगलवार (15 अप्रैल) रात 10 बजे तक इंटनेट की सेवाओं पर रोक लगाई गई है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि राजभवन मुर्शिदाबाद और अन्य हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति पर नजर बनाए हुए है। इसको लेकर मुख्यमंत्री से भी बातचीत हो रही है। भारत सरकार, गृह मंत्रालय प्रभावी तरीके से नजर रखे हुए हैं। बीएसएफ और स्थानीय पुलिस समेत कानून प्रवर्तन अधिकारियों से रिपोर्ट एकत्र की जा रही है।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने पर्याप्त संख्या में केंद्रीय बलों की तैनाती की है और किसी भी कार्रवाई के लिए सुरक्षा बल तैयार हैं। बीएसएफ की 9 कंपनियां वहां हैं। CRPF और RAF तैयार हैं। राज्य पुलिस और केंद्रीय बल मैदान में सक्रिय हैं। उपद्रवियों को गिरफ़्तार किया जा रहा है। केंद्रीय बल संकट में फंसे लोगों को समय पर मदद पहुंचा रहे हैं। उपद्रवियों और उनके आकाओं को यह एहसास होना चाहिए कि यह एक बड़ी लड़ाई होगी। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। यह हिंसा और अन्याय के खिलाफ लड़ाई है।
पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया है कि मुर्शिदाबाद के सुती, समसेरगंज, जंगीपुर, धुलियान और फरक्का समेत अन्य क्षेत्रों से हाल ही में कई हिंदू परिवारों ने पलायन किया है और वो पड़ोसी जिलों में शरण लिए हुए हैं। उन्होंने X पर लिखा, जो लोग बाहर नहीं जा पाए, वे अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनके घरों को लूट लिया गया है और तोड़फोड़ की गई है। यहां तक कि उनके पीने के पानी के कुओं को भी जहरीला कर दिया गया है। कुछ लोग बीएसएफ कर्मियों की सहायता से अपने घरों में वापस आ गए हैं।
मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद धुलियान के कई परिवार पलायन कर मालदा पहुंच गए, जहां वह बैशबनगर के एक स्कूल में रुके हुए हैं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांता मजूमदार आज उस स्कूल का दौरा करेंगे और पीड़ित लोगों से मिलेंगे। इसके बाद वह मोथाबारी जाएंगे, जहां कुछ दिन पहले हुई झड़प के पीड़ितों से मिलेंगे।
मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर बीजेपी नेता तरुण चुग ने ममता बनर्जी की तुलना मोहम्मद अली जिन्ना से की। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की छवि आधुनिक जिन्ना के रूप में स्थापित हो गई है और उनकी पार्टी मुस्लिम लीग की तरह काम कर रही है। चुग ने कहा, मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत के बाद भी ममता बनर्जी की रहस्यमयी चुप्पी शर्मनाक, अत्यधिक निंदनीय और दर्दनाक है। ममता सरकार अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के नाम पर हिंदुओं की सुरक्षा से लगातार समझौता कर रही है
Edited By: Navin Rangiyal