इमाम का कट्टरपंथी बेटा है आसिम मुनीर, पाकिस्तानी जनरल का क्या है भारत से कनेक्शन
पहलगाम आतंकवादी हमले के पीछे पाकिस्तानी जनरल आसिम मुनीर के ही बयान को ही जिम्मेदार माना जा रहा है...
Who is Pakistani General Asim Munir: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले की वजह पाकिस्तानी जनरल आसिम मुनीर के उस बयान को माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था- पाकिस्तान की आने वाली पीढ़ियों को बताना होगा कि हिंदू और मुसलमान अलग हैं। दोनों का खान-पान, रहन-सहन, धार्मिक रीति-रिवाज सबकुछ अलग है। हम दो मुल्क हैं। कश्मीर पाकिस्तान के गले की नस है। उनके इस बयान के 5 दिन बाद ही पहलगाम में हमला हुआ था। अब हालात इतने खराब हैं कि दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात निर्मित हो गए हैं।
दरअसल, जनरल मुनीर पाकिस्तानी सेना का एक कट्टरपंथी चेहरा हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में ही मुनीर का विरोध शुरू हो गया है। लोगों का मानना है कि उनकी वजह से ही पाकिस्तान पर युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। यह भी कहा जा रहा है कि बताया जा रहा है कि जनरल मुनीर ने अपने परिवार को विदेश भेज दिया है और खुद भी बंकर में जाकर छिप गए हैं। पिछले कुछ दिनों से सार्वजनिक तौर पर आसिम नजर भी नहीं आ रहे हैं। कुछ का तो यह भी कहना है कि मुनीर पाकिस्तान छोड़कर भाग गए हैं।
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मुनीर का परिवार कट्टर इस्लामी : मुनीर का ताल्लुक कट्टर इस्लामी परिवार से है। उनके पिता सैयद सरवर मुनीर स्कूल टीचर और इमाम थे। वे हाफिज-ए-कुरान भी थे। आसिम मुनीर भी हाफिज-ए-कुरान हैं। यह एक इस्लामी उपाधि है। जिन लोगों को पवित्र कुरान कंठस्थ होती है, उन्हें हाफिज-ए-कुरान की उपाधि दी जाती है।
क्या है भारत से ताल्लुक : भले ही मुनीर भारत में पैदा नहीं हुए, लेकिन उनके परिवार का भारत से संबंध है। आसिम के पिता सैयद सरवर का परिवार 1947 के भारत विभाजन के बाद पंजाब के जालंधर से पाकिस्तान आ गया था। शुरुआती दौर में यह परिवार टोबा टेकसिंह में रहा, इसके बाद स्थायी रूप से रावलपिंडी में जाकर बस गया। ऐसे में जनरल मुनीर का परिवार पाकिस्तान के लिए मुहाजिर (शरणार्थी) है।
मुनीर ने 1986 में पाकिस्तानी सेना में कमीशन प्राप्त किया। उन्हें पहली पोस्टिंग 23वीं बटालियन फ्रंटियर फोर्स रेजीमेंट में मिली। 2018 में मुनीर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के चीफ भी रह चुके हैं। लेकिन, तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने उन्हें 8 महीने के भीतर ही पद से हटा दिया था। इमरान के सत्ता से बाहर होने के बाद मुनीर और ताकतवर होकर लौटे। शरीफ सरकार ने उन्हें पाकिस्तानी सेना का प्रमुख ही बना दिया। हालांकि अब आसिम मुनीर शहबाज शरीफ के लिए ही गले की हड्डी बन गए हैं।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala