पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास का निधन, आग से झुलस गई थीं, 1 माह से चल रहा था इलाज
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास का गुरुवार को अहमदाबाद के एक अस्पताल में निधन हो गया। वे 79 वर्ष की थीं। पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने व्यास के निधन पर दुख व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक बयान में कहा कि व्यास का जीवन जनसेवा के लिए समर्पित रहा। वह अपने मृदु व्यवहार के कारण एक लोकप्रिय नेता के रूप में सदैव याद की जाएंगी। उनका निधन प्रदेश की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है।” गहलोत ने एक्स पर लिखा पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ. गिरिजा व्यास का निधन हम सबके लिए एक अपूरणीय क्षति है। व्यास ने शिक्षा, राजनीति एवं समाज सेवा के क्षेत्र में बड़ा योगदान था। उनका इस तरह एक हादसे का शिकार होकर असमय जाना हम सभी के लिए एक बड़ा आघात है।
डोटासरा ने फेसबुक पर लिखा कि केंद्रीय मंत्री रहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व पीसीसी अध्यक्ष डॉ. गिरिजा व्यास जी के निधन का समाचार अत्यंत दु:खद है। उन्होंने कहा कि गिरिजाजी का निधन कांग्रेस परिवार के अपूरणीय क्षति है, कांग्रेस पार्टी और प्रदेश की प्रगति में उनका योगदान सदैव याद रखा जाएगा।
परिवार के सदस्यों के मुताबिक, इस वर्ष 31 मार्च को राजस्थान के उदयपुर शहर में स्थित अपने घर में आरती करते समय वह गंभीर रूप से झुलस गई थीं। इसके बाद व्यास को तुरंत उदयपुर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया और बाद में उन्हें आगे के उपचार के लिए अहमदाबाद रेफर कर दिया गया।
गिरिजा के भाई गोपाल शर्मा ने बताया कि गुरुवार शाम अहमदाबाद के अस्पताल में उनका निधन हो गया और शुक्रवार को उदयपुर में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। परिवार के सदस्यों के मुताबिक, व्यास घर में आरती कर रही थीं, उसी दौरान नीचे जल रहे दीये से उनके दुपट्टे में आग लग गई और परिवार के सदस्य उन्हें अस्पताल ले गए। वे कांग्रेस की एक अहम नेता थीं। उन्होंने राज्य और केंद्र दोनों सरकारों में मंत्री के रूप में काम किया। वे प्रदेश कांग्रेस प्रमुख और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष भी रहीं। Edited by: Sudhir Sharma