100 सूरज का ताप, इंसान से लेकर जानवर तक पिघल जाएंगे, ऑपरेशन सिंदूर के बीच क्यों हो रही Nuclear bomb की चर्चा
भारत के ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान में दहशत है। रातभर से पाकिस्तान भारत के कई ठिकानों और रहवासी इलाकों में हमले कर रहा है, भारत इसका मुंहतोड़ जवाब दे रहा है। भारत ने पाकिस्तान के कई हमलों को नाकाम कर दिया है। पाकिस्तान के कई हमले भारत के सिक्योरिटी सिस्टम ने न सिर्फ रोक लिए हैं बल्कि कई ड्रोन और मिसाइलों को तबाह भी कर दिए हैं।
इस बीच अब परमाणु बम की चर्चा होने लगी है। बता दें कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही देश न्यूक्लियर बम यानी परमाणु बम से लेस हैं। यह एक बेहद ज्यादा तबाही लाने वाला हथियार है। ऐसे में अगर किसी एक ने भी परमाणु यानी अपने न्यूक्लियर पावर का इस्तेमाल किया तो क्या होगा। जानते हैं कितनी तबाही आ सकती है और कैसे बदल जाएगी दोनों देशों की दुनिया अगर न्यूक्लियर बम का इस्तेमाल होता है।
100 सूरज के ताप से जल उठेगा नजारा : इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में परमाणु बम से होने वाली तबाही का आकलन किया गया है। रिपोर्ट की माने तो अगर परमाणु हमला होता है तो 100 सूरज जितनी चमक होगी। जहां परमाणु बम ब्लास्ट होगा, वहां से 50 किलोमीटर तक के दायरे में लोग अंधे भी हो सकते हैं। तेज रोशनी के साथ-साथ तापमान भी दस लाख डिग्री तक पहुंच सकता है, इससे लोग और कई इमारतें भस्म हो जाएंगे।
क्या होगा लोगों, पेड़ों और इमारतों का : रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि इसकी मार इतनी ज्यादा होगी कि 50KM तक लोग हो अंधे हो जाएंगे। स्टील पिघल जाएगा। परमाणु बम फटने के बाद हवाएं इतनी तेज चलेगी कि 10 किलोमीटर तक सभी इमारतें, पेड़ या अन्य कोई भी चीज खत्म हो सकती है। इस तूफान में आग की लपटें होंगी, घरती पूरी तरह गर्म हो जाएगी। पेड़-पौधे सूखकर मर जाएंगे। यहां तक कि स्टील और कांच भी पिघलने लगेगा। आसमान में एक विशाल बादल बनेगा, जिसमें रेडियोएक्टिव कण 100 किमी तक फैलकर घातक रेडिएशन फैलाएंगे। कुल मिलाकर यह बेहद खतरनाक तबाही ला सकता है।
किसके पास है सबसे ताकतवर परमाणु बम : फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स की 1999 की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में सबसे ज्यादा शक्तिशाली परमाणु बम B61-12 अमेरिका के पास है। अमेरिका इस ग्रेविटी न्यूक्लियर बम B61-13 को साल 2026 तक बनाने की तैयारी में जुटा हुआ है। सैंडिया नेशनल लेबोरेटरी B61-13 बम बना रही है। रिपोर्ट के मुताबिक यह बम हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम से 24 गुना ज्यादा ताकतवर है, जिसकी क्षमता 360 किलोटन है।
कितनी है बम की क्षमता : अमेरिका के नेशनल न्यूक्लियर सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन (NNSA) ने कहा था कि इस बम में कई जापान को तबाह करने की क्षमता है। इस शक्तिशाली बम के गिराए जाने के कुछ ही घंटे के भीतर दस लाख लोगों की मौत हो जाएगी और 20 लाख लोग बुरी तरह से झुलस जाएंगे। वैसे तो B61-13 की कीमत 28 मिलियन डॉलर है, लेकिन इसके इस्तेमाल के लिए लॉन्च पैड, लॉन्च एयरक्राफ्ट्स के साथ मिसाइलों की भी जरूरत पड़ती है और इस तरह से कुल खर्च 2278 करोड़ रुपए बैठ रहा है।
भारत का बदला ऑपरेशन सिंदूर : बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाया है। इसके बाद वॉर जैसे हालात हो गए हैं। पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों पर अटैक की कोशिश की। लेकिन भारत ने पाकिस्तान की मिसाइलों को नष्ट कर नापाक इरादों को ध्वस्त कर दिया है। इस बीच अब चर्चा होने लगी है कि अगर पाकिस्तान के इस्लामाबाद या कराची में परमाणु हमला हो जाए तो यह किस तरह से तबाही मचा सकता है।