पाकिस्तान के कई शहरों में ड्रोन हमले, एयर डिफेंस और रडार सिस्टम तबाह
पाकिस्तानी सेना का दावा, ड्रोन हमले में एक नागरिक की मौत और 4 सैनिक घायल
Drone attacks in many cities of Pakistan: पाकिस्तान के कई शहरों में हुए ड्रोन हमलों में पाक के एयर डिफेंस सिस्टम और रडार सिस्टम तबाह हो गए। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा है कि भारत ने पाकिस्तान में इजराइली ड्रोन हारोप से हमला किया है। चौधरी के मुताबिक गुरुवार को लाहौर में हुए ड्रोन हमले में पाकिस्तानी सेना के 4 जवान घायल हुए हैं। वहीं मियानों में एक शख्स की मौत हुई है। बताया जा रहा है कि ड्रोन हमले में पाकिस्तान का एचक्यू 9 एयर डिफेंस यूनिट तबाह हो गया है। रडार सिस्टम को भी काफी नुकसान पहुंचा है। पाकिस्तान ने भी भारत के 15 शहरों में हमले की कोशिश की, जिन्हें नाकाम कर दिया गया।
कई शहरों में धमाके : प्रवक्ता ने बताया कि लाहौर, रावलपिंडी, कराची समेत कई जगहों पर ड्रोन हमले हुए हैं। पाकिस्तानी सेना 9 जगहों पर कम से कम 12 भारतीय ड्रोन को गिराने में सफल हुई है। प्रवक्ता ने कहा कि एक और ड्रोन नुकसान पहुंचाने में कामयाब रहा।
लाहौर के वाल्टन एयरपोर्ट और ओल्ड एयरपोर्ट क्षेत्र में जोरदार धमाकों की खबरें सामने आईं। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में वाल्टन एयरपोर्ट के पास धुएं का गुबार और ड्रोन हमले के निशान साफ दिखाई दिए। पाकिस्तान के सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत लगातार हमारे हवाई क्षेत्र का उल्लंघन कर रहा है। ये आक्रामकता है और इसके गंभीर परिणाम होंगे।
पाकिस्तान का दावा : पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने 12 भारतीय ड्रोन्स को मार गिराया, लेकिन एक ड्रोन सिंध प्रांत में एक सैन्य ठिकाने को निशाना बनाने में सफल रहा, जिसमें चार सैनिक घायल हो गए।
क्या हारोप ड्रोन की खूबी : हारोप ड्रोन, जिसे 'कामिकाजे ड्रोन भी कहा जाता है, एक लॉइटरिंग म्युनिशन है, जिसे इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) ने विकसित किया है। यह ड्रोन 6 घंटे तक हवा में रह सकता है और 200 किलोमीटर की रेंज में टारगेट को ट्रैक कर सकता है। इसके ऑपरेटर रियल-टाइम में टारगेट को चुन सकते हैं, जिससे सटीक हमला संभव होता है। टारगेट मिलने पर यह ड्रोन खुद को उस पर विस्फोट कर देता है, जिससे दुश्मन को भारी नुकसान होता है। भारत ने 2009 में 100 मिलियन डॉलर में 10 हारोप ड्रोन्स खरीदे थे और 2019 तक अपनी इन्वेंट्री में 110 से ज्यादा ड्रोन्स शामिल कर लिए थे। इन ड्रोन्स को भारतीय वायुसेना ने 'P-4' नाम दिया है।