शुक्रवार, 25 अप्रैल 2025
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. BJPs next PM was to be announced in Maha Kumbh
Written By
Last Modified: सोमवार, 21 अप्रैल 2025 (19:44 IST)

महाकुंभ में होना था भाजपा के अगले पीएम का ऐलान, लेकिन...

सपा नेता अखिलेश यादव ने साधा यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना

महाकुंभ में होना था भाजपा के अगले पीएम का ऐलान, लेकिन... - BJPs next PM was to be announced in Maha Kumbh
Akhilesh targeted Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने दावा किया कि प्रयागराज महाकुंभ में भाजपा के अगले प्रधानमंत्री के नाम का ऐलान किया जाना था, लेकिन किसी कारणवश ऐसा नहीं हो सका। अखिलेश का इशारा यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ था। हालांकि उन्होंने राज्य की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रयागराज में धार्मिक महाकुंभ नहीं था, यह विशुद्ध रूप में राजनीतिक कुंभ था। 
 
क्या कहा था योगी ने : उल्लेखनीय है कि मुख्‍यमंत्री योगी का नाम पहले भी कई बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उत्तराधिकारी के रूप में सामने आता रहा है। साथ ही प्रयागराज महाकुंभ के बाद उनकी लोकप्रियता में काफी इजाफा हुआ है। हालांकि एक कार्यक्रम के दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या वे खुद को प्रधानमंत्री के उत्तराधिकारी के रूप में देखते हैं? उन्होंने कहा कि वह एक योगी हैं और योगी के रूप में काम करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं कोई वारिस नहीं हूं। मैं एक योगी हूं। योगी ने कहा कि भारत माता के सेवक के रूप में यूपी की जनता ने जो जिम्मेदारी मुझे सौंपी है, उसी रूप में अपना काम कर रहा हूं। ALSO READ: अखिलेश बोले, भाजपा ने अगर 400 सीटें जीती होतीं तो संविधान खत्म हो गया होता तथा राइफलें और तलवार निकले होते
 
और क्या कहा अखिलेश ने : प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ राजनीतिक तमाशा था, जिसकी नाकामी के जिम्मेदार खुद मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। यादव ने कहा कि योगी ने महाकुंभ के आयोजन को भाजपा के आयोजन में बदलने की कोशिश की। महाकुंभ धार्मिक होना था, लेकिन सियासी हो गया। ALSO READ: अखिलेश यादव ने बताया, भाजपा राज में क्या क्या ठीक नहीं है?
 
उन्होंने कहा कि भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। लेकिन, हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। वीआईपी कल्चर के चलते आम लोग परेशान होते रहे, जबकि भाजपा नेताओं के रास्ते आसान थे। महाकुंभ को बेहतर ढंग से किया जा सकता था, लेकिन सरकार इसका सियासी लाभ उठाना चाहती थी। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 
ये भी पढ़ें
झारखंड में 1 करोड़ का इनामी नक्सली ढेर, मुठभेड़ में कुल 8 नक्सली मार गिराए