कॉस्मैटिक्स सेल्समैन से फोटो लैब तक में किया काम, बेहद आर्थिक तंगी से गुजरा अरशद वारसी का बचपन
बॉलीवुड में अपने कॉमिक अभिनय के लिए मशहूर अरशद वारसी 57 वर्ष के हो गए हैं। 19 अप्रैल 1968 को मुंबई में जन्में अरशद वारसी बचपन के दिनों से ही फिल्मों में काम करना चाहते थे। अरशद वारसी बेहद कम उम्र में ही अपने मां-बाप को खो चुके थे। घर चलाने के लिए उन्होंने दसवीं में ही पढ़ाई छोड़ दी और छोटी-मोटी नौकरी करना शुरू कर दिया।
17 साल की छोटी उम्र में अरशद ने एक कॉस्मैटिक्स कंपनी में बतौर सेल्समैन की नौकरी की। इसके बाद वह एक फोटो लैब में काम करने लगे। घर की आर्थिक हालत सुधरने के बाद अरशद ने अपना सपना पूरा करने का सोचा और अकबर सामी डांस ग्रुप जॉइन किया। इसके बाद अरशद ने ठिकाना और काश फिल्मों में बतौर कोरियोग्राफर काम किया।
वर्ष 1993 में प्रदर्शित फिल्म 'रूप की रानी चोरों का राजा' में अरशद वारसी ने बतौर नृत्य निर्देशक के तौर पर काम किया। अरशद वारसी ने बतौर अभिनेता अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1996 में प्रदर्शित अमिताभ बच्च्चन के बैनर एबीसीएल निर्मित फिल्म 'तेरे मेरे सपने' से की। फिल्म टिकट खिड़की पर हिट साबित हुई।
इस फिल्म के बाद अरशद वारसी ने बेताबी, हीरो हिंदुस्तानी, होगी प्यार की जीत, जानी दुश्मन एक अनोखी प्रेम कहानी जैसी कुछ फिल्मों में काम किया लेकिन इनमें से कोई भी फिल्म टिकट खिड़की पर सफल नहीं रही। वर्ष 2003 में प्रदर्शित फिल्म 'मुन्ना भाई एमबीबीएस' अरशद वारसी के करियर के लिये महत्वपूर्ण फिल्म साबित हुई। विधु विनोद चोपड़ा निर्मित इस फिल्म में अरशद वारसी ने सर्किट का किरदार निभाया था।
इस फिल्म में अरशद वारसी ने संजय दत्त के साथ मिलकर अपने लाजवाब कॉमिक अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया। 'मुन्ना भाई एमबीबीएस' की सफलता के बाद अरशद वारसी को अच्छी फिल्मों के प्रस्ताव मिलने शुरू हो गए। इसके बाद अरशद वारसी ने हलचल, मैंने प्यार क्यूं किया जैसी सुपरहिट फिल्मों में अपने अभिनय का जौहर दिखाया।
वर्ष 2005 में प्रदर्शित फिल्म 'शहर' में अपने संजीदा किरदार से अरशद वारसी ने लोगों का दिल जीत लिया, वहीं इसी वर्ष प्रदर्शित फिल्म 'सलाम नमस्ते' के लिए वह सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिए नामांकित किए गए।
वर्ष 2006 में प्रदर्शित फिल्म 'लगे रहो मुन्ना भाई' अरशद वारसी के करियर की एक और सुपरहिट फिल्म साबित हुयी। यह फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस की सीक्वल थी। इस फिल्म के जरिये अरशद वारसी ने एक बार फिर अपने किरदार सर्किट के जरिये दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस फिल्म के लिये उन्हें कॉमिक अभिनय के लिये फिल्म फेयर पुरस्कार भी दिया गया।
वर्ष 2006 में ही अरशद वारसी की एक और कामयाब फिल्म 'गोलमाल' रिलीज हुई। रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अरशद वारसी ने अपने निभाए कॉमिक किरदार से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। इसके बाद गोलमाल के सीक्वल गोलमाल रिटर्न और गोलमाल 3 में भी अरशद वारसी ने दर्शकों को हंसा-हंसाकर लोटपोट कर दिया।
वर्ष 2010 में प्रदर्शित फिल्म 'इश्किया' अरशद वारसी के करियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में शुमार की जाती है। इस फिल्म में अरशद वारसी ने नसीरुद्दीन शाह के साथ जोड़ी जमाकर दर्शकों को दिल जीत लिया। इस फिल्म के लिये अरशद वारसी को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिये नामांकित किया गया।
साल 2013 में प्रदर्शित फिल्म 'जॉली एलएलबी' अरशद वारसी के करियर की एक और हिट फिल्म साबित हुई। इसके बाद अरशद वारसी ने डेढ़ इश्किया, गोलमाल अगेन, भैय्याजी सुपरहिट, बच्चन पांडेय, टोटल धमाल जैसी कुछ फिल्मों में काम किया। अरशद वारसी की आने वाली फिल्मों में वेलकम टू द जंगल, धमाल 4 और जॉली एलएलबी 3 प्रमुख है।