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Last Updated : रविवार, 4 मई 2025 (13:04 IST)

योग गुरु स्वामी शिवानंद का निधन, 128 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस

shivanand baba
Swami Shivanand news in hindi : पद्मश्री से सम्मानित वाराणसी निवासी प्रख्यात योग गुरु स्वामी शिवानंद का निधन हो गया। वह 128 वर्ष के थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई दिग्गजों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। ALSO READ: शिरडी साईबाबा मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी
 
बाबा शिवानंद के शिष्यों ने बताया कि अस्वस्थ होने के कारण उन्हें 30 अप्रैल को काशी हिंदू विश्वविद्यालय अस्पताल में भर्ती कराया गया था और शनिवार रात उन्होंने अंतिम सांस ली। श्रद्धांजलि देने के लिए बाबा शिवानंद के पार्थिव शरीर को कबीरनगर कॉलोनी स्थित उनके आवास पर रखा गया है। योग गुरु का अंतिम संस्कार रविवार शाम को किया जाएगा। 
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, योग साधक और काशी निवासी शिवानंद बाबा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। योग और साधना को समर्पित उनका जीवन देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा। योग के जरिए समाज की सेवा के लिए उन्हें पद्मश्री से सम्मानित भी किया गया था। शिवानंद बाबा का शिवलोक प्रयाण हम सब काशीवासियों और उनसे प्रेरणा लेने वाले करोड़ों लोगों के लिए अपूरणीय क्षति है। मैं इस दुःख की घड़ी में उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वामी शिवानंद के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा, 'योग के क्षेत्र में अप्रतिम योगदान देने वाले काशी के प्रख्यात योग गुरु ‘पद्मश्री’ स्वामी शिवानंद जी का निधन अत्यंत दुःखद है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! आपकी साधना एवं योगमय जीवन संपूर्ण समाज के लिए महान प्रेरणा है। आपने अपना पूरा जीवन योग के विस्तार में समर्पित कर दिया। बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को सद्गति एवं उनके शोकाकुल अनुयायियों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

क्यों आधा पेट भोजन करते थे : स्वामी शिवानंद का जन्म बांग्लादेश के श्रीहट्ट जिले में 8 अगस्त 1896 को शिवानंद का जन्म हुआ था। जब बाबा शिवानंद 6 साल के थे तभी उनके माता-पिता की भूख के कारण मृत्यु हो गई थी। तब से वह आधा पेट ही भोजन करते थे।

शिवानंद बाबा के माता-पिता के मौत के बाद उनकी जिम्मेदारी ओंकारनंद ने अपने ऊपर ले ली। इन्हीं के पास रह कर शिवानंद बाबा ने ज्ञान और शिक्षा ग्रहण की। बाबा शिवानंद को 2022 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
 
क्या था शिवांद बाबा की लंबी उम्र का राज : शिष्‍यों ने बताया कि बाबा की दिनचर्या और खानपान ही उनकी उम्र का राज था। वह नियमित रूप से तड़के तीन बजे उठ जाते थे और योग करते थे। वह अपना सारा काम खुद करते थे। वह केवल उबला हुआ भोजन करते थे और चटाई पर सोते थे।
edited by : Nrapendra Gupta 
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