यूरोप जाते जाते चले गए कश्मीर और उजड़ गया माथे का सिंदूर, रूला देगी विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी की दास्तां
Pahalgam Terror Attack: अभी तो मेहदी का रंग भी नहीं सूखा था, सुहाग की चूड़ियां उतरी भी नहीं थी। शायद ठीक से एक दूसरे को जान भी न सकें हो। अभी तो जीवनसाथी के साथ की शुरुआत भी नहीं हुई थी कि हमेशा के लिए साथ छूट गया। शादी के महज 5 दिन बाद पत्नी को पति के कॉफिन पर सिर रखकर रोते बिलखते देखना रूह कंपा देने वाला दृश्य है। पूरा देश गमगीन है। दोनों इसी 16 अप्रैल को विवाह के बंधन में बंधे थे।
पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी को जब देश ने रोते हुए देखा तो सबका कलेजा मुंह को आ गया। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने हरियाणा के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और कानपुर के शुभम को पत्नी के सामने गोली मारी थी। दोनों की हाल ही में शादी हुई थी। वे हनीमून और घूमने के लिए पहलगाम आए थे।
यूरोप जाने वाले थे पति पत्नी : बता दें कि नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के साथ शादी बंधन में बंधी हिमांशी नरवाल की जिंदगी में एक शून्य पसर गया है। उनके सामने उनकी पूरी जिंदगी पड़ी है। पहले उनका प्लान यूरोप जाने का था, लेकिन वीजा न मिल पाने की वजह से उन्हें प्लान बदलना पड़ा और वह कश्मीर चले गए।
हरियाणा के थे विनय करनाल : लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की उम्र 26 साल थी और हिमांशी नरवाल से आठ दिन पहले ही उनकी शादी हुई थी। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार दोनों पहले हनीमून के लिए यूरोप जाना चाह रहे थे, लेकिन उन्हें वीजा नहीं मिल पाया, जिसकी वजह से प्लान कैंसिल करना पड़ा। विनय हरियाणा के करनाल के रहने वाले हैं।
हिमांशी के सामने मारी गोली : आतंकियों ने विनय को हिमांशी के सामने ही गोली मार दी। हालांकि, हिमांशी को कुछ नहीं किया और वह ठीक हैं। विनय और हिमांशी 21 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे और 22 अप्रैल को पहलगाम के होटल में चेकइन किया। हिमांशी नरवाल का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें उन्होंने बताया कि विनय और वह पहलगाम के पास मिनी स्विटजरलैंड के नाम से मशहूर टूरिस्ट प्लेस बैसरन घाटी में घूमने गई थीं। तभी आतंकी आए और फायरिंग कर दी। वीडियो में हिमांशी कहती हुई दिख रही हैं, 'मैं अपने पति के साथ भेलपुरी खा रही थी तभी एक आदमी आया और उसने विनय की ओर इशारा करके कहा- यह मुस्लिम नहीं है और फिर उसने गोली चला दी'
3 साल पहले नेवी ज्वॉइन की थी : बता दें कि विनय नरवाल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट थे और तीन साल पहले ही उन्होंने नेवी जॉइन की थी। वह केरल के कोच्चि में तैनात थे। उनके पिता राजेश कुमार पानीपत के कस्टम्स डिपार्टमेंट में सुपरीटेंडेंट हैं। विनय की माता का नाम आशा देवी और दादी का नाम बीरू देवा है. आशा देवी हाउस वाइफ हैं। विनय की बड़ी बहन सृष्टि दिल्ली में रहकर सिविल सर्विस के लिए तैयारी कर रही हैं। विनय के दादा हवा सिंह हरियाणा पुलिस में थे और साल 2004 में वह रिटायर हो गए थे। बता दें कि 22 अप्रैल की दोपहर करीब 2 बजे पहलगाम में आतंकी हमला हुआ। पहलगाम की बैसरन घाटी में देश के अलग-अलग राज्यों से 40 से ज्यादा लोगों का ग्रुप यहां घूमने आए थे। सभी टूरिस्ट खुले मैदान में थे। इसी दौरान आतंकियों ने हमला किया। हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, कई घायल हैं।
रिपोर्ट : नवीन रांगियाल