BJP सांसद निशिकांत दुबे ने SC पर उठाए सवाल, धार्मिक युद्ध भड़का रहा सुप्रीम कोर्ट, बंद कर देना चाहिए संसद भवन
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दुबे ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट पर निशाना साधते हुए कहा कि कानून यदि शीर्ष अदालत ही बनाएगी तो संसद भवन को बंद कर देना चाहिए। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा इस देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए केवल और केवल सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार है। वक्फ कानून का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। कोर्ट ने केंद्र को इस मामले में जवाब देने के लिए 7 दिन का समय दिया है।
दुबे ने एक्स पर यह पोस्ट बिना किसी व्याख्या के लिखा है। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब वक्फ (संशोधन) अधिनियम की संवैधानिकता को चुनौती देने वाली कई याचिकाओं पर शीर्ष अदालत में सुनवाई चल रही है। अधिनियम को इस महीने की शुरुआत में संसद ने पारित किया था। न्यायालय द्वारा इस कानून के कुछ विवादास्पद प्रावधानों पर सवाल उठाए जाने के बाद केंद्र सरकार ने अगली सुनवाई तक उन्हें लागू न करने पर सहमति व्यक्त की है। भाजपा के लोकसभा सदस्य दुबे ने एक्स पर पोस्ट किया, कानून यदि उच्चतम न्यायालय ही बनाएगा तो संसद भवन बंद कर देना चाहिए।
राष्ट्रपति को भेजे गए विधेयकों पर निर्णय लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल में समयसीमा निर्धारित किये जाने पर भी बहस शुरू हो गई है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शीर्ष अदालत के इस निर्णय से असहमति जताई है। वहीं दूसरी ओर, विपक्षी दलों ने शीर्ष अदालत के उक्त निर्देश के साथ-साथ वक्फ (संशोधन) अधिनियम मामले में उच्चतम न्यायालय की कार्यवाही की सराहना की है।
झारखंड के गोड्डा से सांसद दुबे अक्सर लोकसभा में अपने प्रतिद्वंद्वियों पर भाजपा के राजनीतिक हमलों में अग्रणी भूमिका में रहते हैं और विभिन्न मुद्दों पर सत्तारूढ़ पार्टी का रुख स्पष्टता से सदन में रखते हैं।
कांग्रेस ने कहा- सुप्रीम कोर्ट को कमजोर कर रही है भाजपा
कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि भाजपा देश के सुप्रीम कोर्ट को कमजोर करने में लगी हुई है और उन अधिकारों को कमजोर करने की कोशिक कर रही है जो संविधान ने शीर्ष अदालत को दिए हैं। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा भी किया कि सरकार के कई कदमों को उच्चतम न्यायालय ने असंवैधानिक बताया, इसलिए उसे निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की उच्चतम न्यायालय से संबंधित एक टिप्पणी से जुड़े सवाल के जवाब में यह आरोप लगाया।
रमेश ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा उच्चतम न्यायालय को कमजोर करने में लगी हुई है। संवैधानिक पद पर बैठे लोग उच्चतम न्यायालय के खिलाफ बोल रहे हैं, मंत्री उच्च न्यायालय के खिलाफ बोल रहे हैं और अब भाजपा के सांसद भी उच्चतम न्यायालय के खिलाफ बोल रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि अलग-अलग आवाज आ रही है और उच्चतम न्यायालय को निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने कई मुद्दों पर सरकार के कदम को असवैधानिक बताया है।
उनके मुताबिक, उच्चतम न्यायालय का सिर्फ यह कहना है कि जब आप कानून कानून बनाते हैं तो संविधान के मौलिक ढांचे के खिलाफ मत जाइए। रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी चाहती है कि उच्चतम न्यायालय स्वतंत्र और निष्पक्ष बना रहे और संविधान में जो उसको अधिकार दिए हैं उसका सम्मान हो। इनपुट भाषा Edited by: Sudhir Sharma