शुक्रवार, 25 अप्रैल 2025
  • Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. सेहत
  3. जान-जहान
  4. World Malaria Day 2025
Written By WD Feature Desk
Last Updated : शुक्रवार, 25 अप्रैल 2025 (10:03 IST)

World Malaria Day: विश्व मलेरिया दिवस, जानें महत्व, इतिहास, लक्षण, कारण, उपचार और 2025 की थीम

World Malaria Day
vishv maleriya divas: आज, 25 अप्रैल 2025, को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में जागरूकता बढ़ाने और सामूहिक कार्रवाई को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। साल 2025 में विश्व मलेरिया दिवस की थीम का मतलब हमें मलेरिया के खिलाफ अपनी रणनीति समिति के सदस्यों के साथ मिलकर काम करने को प्रेरित करती है।ALSO READ: ये 10 प्रेरक कोट्‍स बढ़ाएंगे मलेरिया के प्रति जागरूकता

आइए जानते हैं विश्व मलेरिया दिवस का महत्व, 2025 थीम, लक्षण, कारण, उपचार आदि सबकुछ एकसाथ...
 
विश्व मलेरिया दिवस का महत्व: विश्व मलेरिया दिवस का मुख्य उद्देश्य मलेरिया से प्रभावित लोगों और समुदायों के साथ एकजुटता दिखाना है। यह दिन सरकारों, संगठनों और व्यक्तियों को मलेरिया की रोकथाम और नियंत्रण के लिए प्रयासों को तेज करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। यह दिन मलेरिया के कारण, लक्षण, उपचार और रोकथाम के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने में मदद करता है।

यह दिन मलेरिया रोग पर नियंत्रण करने तथा इससे संबंधित कार्यक्रमों के लिए धन और अन्य संसाधनों को जुटाने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डालता है। इतना ही नहीं विश्व मलेरिया दिवस सभी लोगों, समुदायों और सरकारों को मलेरिया को समाप्त करने के लिए कार्रवाई करने के लिए भी प्रेरित करता है।
 
विश्व मलेरिया दिवस का इतिहास: विश्व मलेरिया दिवस की स्थापना 2007 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा विश्व स्वास्थ्य सभा के 60वें सत्र में की गई थी। यह दिवस पहले अफ्रीका मलेरिया दिवस के रूप में मनाया जाता था, जिसे अफ्रीकी सरकारों द्वारा 2001 से मनाया जा रहा था। विश्व मलेरिया दिवस का उद्देश्य मलेरिया के वैश्विक खतरे को पहचानना और इसके खिलाफ लड़ाई को विश्वव्यापी बनाना था। पहला विश्व मलेरिया दिवस 2008 में मनाया गया था।
 
मलेरिया के लक्षण: मलेरिया के लक्षण आमतौर पर संक्रमित मच्छर के काटने के 7 से 30 दिनों के बाद दिखाई देते हैं। शुरुआती लक्षण फ्लू जैसे हो सकते हैं और इसमें शामिल हैं:
* बुखार
* ठंड लगना
* सिरदर्द
* मांसपेशियों में दर्द
* थकान
* उल्टी और दस्त
 
जब मलेरिया गंभीर मामलों तक पहुंच जाता हैं, तो मलेरिया एनीमिया, पीलिया, किडनी फेलियर, दौरे, कोमा और यहां तक कि मृत्यु का कारण भी बन सकता है।
 
मलेरिया के कारण: मलेरिया प्लास्मोडियम नामक परजीवी के कारण होता है। यह परजीवी संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से मनुष्यों में फैलता है। जब एक संक्रमित मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है, तो परजीवी उसके रक्तप्रवाह में प्रवेश कर जाते हैं और फिर लीवर में चले जाते हैं। लीवर में परिपक्व होने के बाद, वे लाल रक्त कोशिकाओं को संक्रमित करते हैं, जिससे मलेरिया के लक्षण पैदा होते हैं। मलेरिया संक्रमित रक्त के संपर्क में आने से भी फैल सकता है, जैसे कि मां से बच्चे में गर्भावस्था के दौरान या इंजेक्शन के लिए उपयोग की गई सुइयों से।
 
मलेरिया का उपचार: मलेरिया का इलाज एंटीमलेरियल दवाओं से किया जाता है। उपचार का प्रकार और अवधि मलेरिया परजीवी के प्रकार, संक्रमण की गंभीरता और रोगी की उम्र और स्वास्थ्य पर निर्भर करती है। प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम मलेरिया के लिए आर्टेमिसिन-आधारित संयोजन थेरेपी सबसे प्रभावी उपचार है। शीघ्र निदान और उचित उपचार मलेरिया से होने वाली मौतों को रोक सकता है।
 
विश्व मलेरिया दिवस 2025 की थीम: विश्व मलेरिया दिवस 2025 की थीम है: 'मलेरिया एंड्स विथ अस: रीइन्वेस्ट, रीइमैजिन, रीइग्नाइट' (Malaria Ends With Us: Reinvest, Reimagine, Reignite)। इसका थीम का अर्थ मलेरिया उन्मूलन के प्रयासों को तेज करने के लिए नए समर्पण, नवीन योजना और टीम वर्क की आवश्यकता पर जोर देती है।

यह सभी स्तरों पर प्रयासों को फिर से सक्रिय करने का आह्वान है, वैश्विक नीति से लेकर सामुदायिक कार्रवाई तक, ताकि मलेरिया उन्मूलन की दिशा में प्रगति को बढ़ाया जा सके। और यह मलेरिया के खिलाफ विश्वभर के प्रयासों में हुई प्रगति का आकलन करने और चुनौतियों की पहचान करने का अवसर प्रदान करता है।ALSO READ: विश्व मलेरिया जागरूकता दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?
 
 
 
ये भी पढ़ें
पहलगाम हमले पर प्रवासी कविता : निःशब्द