Pahalgam terror attack case : केंद्र शासित प्रदेश के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद अधिकारियों ने कश्मीर में आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की, जिसमें उनके (आतंकवादियों) घरों को ध्वस्त किया गया, 60 से अधिक स्थानों पर छापेमारे की गई तथा पूछताछ के लिए सैकड़ों आतंकी मददगारों को हिरासत में लिया गया। पिछले 48 घंटों में 6 आतंकवादियों या उनके मददगारों के घरों को ध्वस्त कर दिया गया है। आतंकवादी गतिविधियों में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी। पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों की गोलीबारी में कम से कम 26 लोग मारे गए हैं, जिनमें अधिकतर पर्यटक शामिल थे।
अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि पिछले 48 घंटों में 6 आतंकवादियों या उनके मददगारों के घरों को ध्वस्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी। जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि श्रीनगर में आतंकवाद समर्थित तंत्र को ध्वस्त करने के लिए शनिवार को 60 से अधिक स्थानों पर छापेमारे की गई।
अनंतनाग जिले में सुरक्षाबलों ने सतर्कता बढ़ा दी है और लगातार तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि पूरे जिले में सचल वाहन जांच चौकियां स्थापित की गई हैं ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा सके। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबल घाटी में मौजूद ज्ञात आतंकवादियों और उनके समर्थकों की तलाश कर रहे हैं, ताकि पहलगाम जैसे किसी भी हमले को विफल किया जा सके।
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों की गोलीबारी में कम से कम 26 लोग मारे गए हैं, जिनमें अधिकतर पर्यटक शामिल थे। इस हमले के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जोर देकर कहा कि हम धरती के आखिरी छोर तक उनका (पहलगाम के हमलावरों का) पीछा करेंगे।
सुरक्षा बलों द्वारा बृहस्पतिवार रात को दो सक्रिय आतंकवादियों- अनंतनाग जिले के बिजबेहरा क्षेत्र में आदिल थोकर और पुलवामा जिले के त्राल क्षेत्र में आसिफ शेख के घरों पर छापेमारी के बाद रहस्यमय विस्फोट हुए जिसमें उनके घर नष्ट हो गए। अधिकारियों ने बताया कि पहलगाम में पर्यटकों की नृशंस हत्या में शामिल तीन आतंकवादियों में से एक के रूप में थोकर का नाम सामने आया है, लेकिन हमले में शेख की संलिप्तता से भी इनकार नहीं किया गया है।
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार रात दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिलों में आतंकवादियों के चार घर ध्वस्त कर दिए गए। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान आतंकवादी अहसान उल हक का घर (पुलवामा) ध्वस्त किया गया। उसने 2018 में पाकिस्तान से प्रशिक्षण लिया था और हाल ही में घाटी में घुसपैठ की थी।
अधिकारियों ने बताया कि लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के शीर्ष कमांडर शाहिद अहमद कुट्टे का शोपियां स्थित घर ढहा दिया गया। वह पिछले तीन से चार वर्षों से सक्रिय था और कई राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है। इसके अलावा आतंकवादी जाकिर अहमद गनी का कुलगाम स्थित घर भी ध्वस्त किया गया। वह 2023 से सक्रिय है और आतंकवाद से संबंधित कई गतिविधियों में उसकी संलिप्तता के लिए उस पर निगरानी रखी जा रही थी।
उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों ने उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के कलारूस इलाके में एक आतंकवादी के घर को भी नष्ट कर दिया। यह घर फारूक अहमद तेदवा और मिस्कीन अहमद तेदवा का था। वे वर्तमान में पाकिस्तान से अपनी गतिविधियां संचालित कर रहे हैं।
सुरक्षाबलों ने पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों का पता लगाने के लिए सैकड़ों ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओडब्ल्यूजी) और उनके समर्थकों को हिरासत में लिया है, जिनमें से अधिकतर दक्षिण कश्मीर के चार जिलों के रहने वाले हैं। अधिकारियों ने बताया कि बांदीपुरा जिले में शुक्रवार को एक ऐसे ही अभियान के दौरान आतंकवादियों ने गोलीबारी की, जिसमें एक ओडब्ल्यूजी मारा गया।
उन्होंने बताया कि अल्ताफ लाली की उस समय हत्या कर दी गई जब सुरक्षाबल उसे बांदीपुरा जिले के कुलनार इलाके में एक आतंकवादी ठिकाने पर लेकर जा रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों की गोलीबारी में दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे और आतंकी फरार होने में सफल रहे।
उन्होंने बताया कि शनिवार को श्रीनगर में अभियान चलाया गया, जहां सफाकदल, सौरा, पांडच बेमिना, शाल्टेंग, लाल बाजार और जदीबल इलाकों सहित 60 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की गई। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि शहर भर के कई स्थानों पर प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के ओवरग्राउंड वर्कर्स और उनके सहयोगियों के आवासों की तलाशी ली गई तथा गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत दर्ज मामलों के संबंध में भी और जांच की गई।
प्रवक्ता ने कहा, आतंकवादियों के तंत्र को खत्म करने के अपने अथक प्रयासों में श्रीनगर पुलिस ने यूएपीए के तहत दर्ज मामलों में शामिल ओजीडब्ल्यू और आतंकवादी सहयोगियों के आवासों पर शहर भर में तलाशी ली। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारियों की निगरानी में कार्यकारी मजिस्ट्रेट और स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में उचित कानूनी प्रक्रियाओं के अनुसार तलाशी ली गई।
प्रवक्ता ने बताया कि हथियार, दस्तावेज, डिजिटल उपकरण आदि जब्त करने के लिए ये अभियान संचालित किए जा रहे हैं, जिसका उद्देश्य राष्ट्र की सुरक्षा के विरुद्ध किसी भी षड्यंत्रकारी या आतंकवादी गतिविधि का पता लगाने और उसे रोकने के लिए सबूत और खुफिया जानकारी एकत्र करना है।
उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर पुलिस की इस निर्णायक कार्रवाई का उद्देश्य ऐसे राष्ट्रविरोधी और आपराधिक गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों की पहचान करके और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करके जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के तंत्र को नष्ट करना है। प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि हिंसा, व्यवधान या गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बीच पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बिना उकसावे के गोलीबारी की और भारतीय सैनिकों ने इसका मुंह तोड़ जवाब दिया।
उन्होंने बताया कि इस गोलीबारी में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। एक सूत्र ने कहा, 25-26 अप्रैल की मध्य रात्रि कश्मीर में एलओसी के पार पाकिस्तान की कई सैन्य चौकियों से बिना उकसावे के गोलीबारी की गई। उन्होंने कहा, सेना के जवानों ने संघर्ष विराम उल्लंघन का मुंहतोड़ जवाब दिया। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour