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  4. These 05 waterfalls of India will give you a feeling of coolness in summer
Written By WD Feature Desk
Last Updated : शनिवार, 3 मई 2025 (16:28 IST)

भारत के ये 5 वॉटर फॉल गर्मी में देंगे ठंडक का अहसास

Top 10 Waterfalls of India
Top 05 Waterfalls of India: गर्मी के दिनों में ठंडे स्थानों पर घूमने का चलन बढ़ जाता है। यदि आप भारत के सबसे सुंदर और सबसे बड़े झरनों के पास जाना चाहते हैं तो जानिए देश के सबसे 5 सुंदर झरनों की जानकारी। यदि आप देखना चाहते हैं भारत के सबसे ऊंचे और भव्य झरनों को तो यहां पर जरूर जाएं।
 
1. कुंचिकल झरना- निदगोडु कर्नाटक: कुंचिकल जलप्रपात कर्नाटक के शिमोगा जिले में मस्थीकट्टे के पास निदगोडु गांव में स्थित है। इस झरने की ऊंचाई 455 मीटर (1493 फीट) है। यह भारत के सबसे ऊंचे झरनों में से एक है। कुंचिकल झरने को स्थानीय लोग कुंचिकल अब्बे के नाम से भी जानते है। वराही नदी के साथ बहने वाली अन्य कई नदियां मानसून के दौरान यहां के कई झरनों के संग मिल जाती है। इसलिए मानसून में हम कुंचिकल झरने के आसपास और कई छोटे झरने बहते देखते हैं। यहां का सबसे करीबी एयरपोर्ट बेंगलुरु है। कर्नाटक के ही शिमोगा में स्थित एक और बरकाना झरना 259 मीटर ऊंचा है। यह झरना भी सीता नदी के द्वार पश्चिमी घाट के पहाड़ों से ही नीचे गिरता है। इसी जिले में शरावती नदी द्वारा 253 मीटर की ऊंचाई पर एक झरना गिरता है जिससे जोग फॉल्स कहते हैं।
 
2. बरेहीपानी झरना- सिम्पलीपाल नेशनल पार्क उड़ीसा: ऊंचाई लगभग 399 मीटर। बुद्धाबलंगाका नदी से निकलने वाला यह झरना बहुत ही मनोरम है।
Chitrakoot Waterfall
3. लांगशियांग झरना- मेघालय: ऊंचाई लगभग 337 मीटर। इस झरने को सेवेन सिस्टर वाटरफॉल या मांसमाई फॉल के नाम से भी जाना जाता हैं।  यह पश्चिमी खासी हिल्स जिला में स्थित है। यह झरना ऊंची खांसी पहाड़ी और जंगली रास्तों से नीचे की ओर गिरता है। 
 
4. धुआंधार झरना- भेड़ाघाट, मध्यप्रदेश: ऊंचाई लगभग 10 मीटर। हालांकि यह झरना चौड़ाई में अधिक है। यहां नर्मदा नदी का पानी बहता है। यह स्थान मध्यप्रदेश के जबलपुर के पास भेड़ाघाट में है। यहां के वाटरफॉल को धुआंधार जल प्रपात कहते हैं जो लगभग 10 मीटर की ऊंचाई से नीचे गिरता है। यह प्रसिद्ध जल प्रपात बहुत ही सुंदर संगमरमर की दो पहाड़ियों के बीच से निकलता है। इसकी छटा अनुपम है और पानी के गिरने की आवाज दूर तक सुनाई देती है। पानी जब नीचे गिरता है तो उपर तक उझाल मारता है जिसके चलते ही इसे धुआंधार करते हैं। जहां पर यह वाटरफॉल है वहां पर सफेद संगमरमर के दो पहाड़ों के के बीच नर्मदा नदी बहती है। नर्मदा में नौका-विहार करने का रोमांच ही कुछ और है।
 
5. दूधसागर झरना- गोवा : ऊंचाई लगभग 310 मीटर। यहां मंडोवी नदी बहती है। इस झरने के ठीक सामने पुल पर से रेल गुजरती है। यह झरना भारतीय राज्य गोवा के पश्‍चिमी मंडोवी नदी से निकलता है जो कि पश्चिमी घाट के पहाड़ों के ऊपर से गिरता है। यह लगभग 320 मीटर ऊंचा है और इस झरने के पास ही भगवान महावीर अभ्यारण भी मौजूद है। यह झरना गोआ की राजधानी पणजी से 60 कीलोमीटर दूर कर्नाटक और गोवा राज्य के बॉर्डर पर मौजूद है।