काव्य गीत : विदा
सुशील कुमार शर्मा | गुरुवार,अप्रैल 24,2025
लो कर दिया सब कुछ विदा अब यादें तुम्हारी, प्रेम अपना, आज से विस्मृत किया सब। शून्य पथ के मौन तारों में तुम्हीं थे। मौज ...
पृथ्वी दिवस पर रोचक नाटक: धरती की डायरी, सृष्टि से संकट तक
सुशील कुमार शर्मा | सोमवार,अप्रैल 21,2025
हे मानव मैं तुम्हारे जन्म से पूर्व भी थी और प्रलय के पश्चात भी रह जाऊंगी। मैंने अग्नि से आकार लिया, जल से जीवन और वायु ...
पृथ्वी दिवस पर दो अनूठी कविताएं
सुशील कुमार शर्मा | सोमवार,अप्रैल 21,2025
मैंने रोपा एक पौधा, मिट्टी को सहलाया प्यार से। देखा उसकी बढ़ती कोंपल, हर दिन एक नए आकार से। पानी दिया, धूप दिखाई, पूरी ...
लघु कथा : मन के एकांत में
सुशील कुमार शर्मा | शुक्रवार,अप्रैल 18,2025
प्रेम कभी-कभी व्यक्त नहीं होता, पर उसका मौन भी शब्दों से कहीं अधिक मुखर होता है। यही मौन ज्योति और सुधीर के बीच वर्षों ...
बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर : समता, न्याय और नवजागरण के प्रतीक
सुशील कुमार शर्मा | सोमवार,अप्रैल 14,2025
भारतीय समाज की ऐतिहासिक यात्रा में कुछ व्यक्तित्व ऐसे होते हैं जो समय की रेखाओं को मोड़कर नया इतिहास रचते हैं। डॉ. ...
बाबा साहब अंबेडकर जयंती पर कुछ दोहे
सुशील कुमार शर्मा | सोमवार,अप्रैल 14,2025
महू में जन्मे आप थे, जीवन था संघर्ष। छूआछूत की पीर से, मन में भरा अमर्ष। शिक्षा के हथियार से, पाया उच्च मुकाम। ...
वर्तमान समय में हनुमान जी की प्रासंगिकता
सुशील कुमार शर्मा | शनिवार,अप्रैल 12,2025
हनुमान जी शक्ति और भक्ति के अद्वितीय संगम हैं। उनका जीवन बताता है कि केवल बल से नहीं, बल्कि भक्ति, निष्ठा और सेवा से भी ...
जय राम वीर, हनुमत प्रवीर
सुशील कुमार शर्मा | शनिवार,अप्रैल 12,2025
जय राम वीर, हनुमत प्रवीर। रण रंग धीर, सब हरो पीर। जय रूद्र अंश, जय पवन वंश। जय शत्रु दंश, रघुवर प्रसंश। जय राम दूत, ...
गीत : महावीर पथ
सुशील कुमार शर्मा | शुक्रवार,अप्रैल 11,2025
मन प्रवाहित चेतना के आधार हो गुरुवर आप धर्म अवतार हो। धर्म अध्यात्म तेज संवाहित सरल। योग निष्ठित नियम सामर्थ्य बल। ...
नवगीत: घना हो तमस चाहे
सुशील कुमार शर्मा | गुरुवार,मार्च 20,2025
अब घना हो तमस चाहे, आंधियां कितनी चलें। हो निराशा दीर्घ तमसा, या कंटकाकीर्ण पथ हो। हो नियति अब क्रुद्ध मुझसे, या व्यथा ...